मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय जागरण में समाचार पत्रों की भूमिका #mp exams
मध्य प्रदेश के समाचार-पत्र एवं राष्ट्रीय आंदोलन में उनका योगदान
राजा राममोहन राय को भारतीय पत्रकारिता के अग्रदूत एवं भारतीय नवजागरण के प्रवर्तक के रूप में जाना जाता है।
मध्यप्रदेश में प्रकाशित किया गया प्रथम समाचार पत्र "मालवा अखबार" के नाम से जाना जाता है मालवा अखबार का प्रकाशन 1849 से प्रारंभ हुआ था यह एक ऐसा समाचार पत्र था जिसमें 2 भाषाओं हिंदी और उर्दू का एक साथ प्रयोग किया गया था।
मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय चेतना को जगाने में अनेक कारकों ने अपना योगदान दिया जिनमें समाचार पत्रों के महत्वपूर्ण भूमिका है राष्ट्रीय आंदोलन के समय महात्मा गांधी मदन मोहन मालवीय सुभाष चंद्र बोस आदि ने राष्ट्रीयता की भावना को बल दिया अपने अनेक भाषणों में देश के नेताओं ने लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया उस समय ऐसे अनेक समाचार पत्रों का प्रकाशन किया गया जिन्होंने अंग्रेजी हुकूमत की अन्याय एवं दमनकारी नीति को जनता के समक्ष प्रस्तुत किया तथा जनता को आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया इनमें से कुछ प्रमुख समाचार पत्र एवं पत्रिकाएं इस प्रकार हैं :-
० सुबोध सिंधु (खंडवा)
० न्याय सुधा (हरदा)
० सरस्वती विलास (जबलपुर)
० साप्ताहिक आवाज एवं सुबह वतन (भोपाल)
० आर्य वैभव (बुरहानपुर)
० लोकमत (जबलपुर)
० प्रजामंडल पत्रिका (इंदौर)
मध्यप्रदेश की संस्थाएं एवं संगठन
राष्ट्रीय आंदोलन के समय अनेक संगठनों ने आंदोलन की गतिविधियों में संलग्न रहते हुए कई सारे रचनात्मक कार्य किए।भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने इन सभी संगठनों में प्रमुख भूमिका निभाई रियासतों में प्रजा द्वारा प्रजामंडल का गठन किया गया तथा सार्वजनिक
सेवा संघ की स्थापना की गई इन सभी संगठनों ने विभिन्न प्रजाहितैषी लोकोपकारी कार्यों द्वारा लोगों का हित किया।
इनमें से कुछ प्रमुख संस्थाएं निम्नलिखित हैं:-
० गुरुकुल (सतना)
० हिंदुस्तानी सेवादल एवं चरखा संघ( रीवा )
०ग्वालियर राज्य सेवा संघ( ग्वालियर)
० हरिजन सेवक संघ (ग्वालियर)
० सेवा मंडल रतलाम
० सेवा समिति बैतूल
०ज्ञान प्रकाश मंडल इंदौर
० ग्राम सेवा कुटीर सेंधवा
० लोक सेवा संघ खरगोन आदि।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें